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Yesterday Hukamnama Info:
20 November 2024
5 Maghar 556 (Samvat Nanakshahi)
Ang/Page 601 (Guru Granth Sahib ji)
Daily Updates ਕੱਲ ਦਾ ਹੁਕਮਨਾਮਾ (ਪੰਜਾਬੀ + ਵਿਆਖਿਆ) कल का हुकमनामा (हिंदी + अर्थ) Yesterday Hukamnama (English + meanings)
ਕੱਲ ਦਾ ਹੁਕਮਨਾਮਾ (ਪੰਜਾਬੀ + ਵਿਆਖਿਆ), ਸ੍ਰੀ ਦਰਬਾਰ ਸਾਹਿਬ ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ ਸ੍ਰੀ ਹਰਿਮੰਦਰ ਸਾਹਿਬ
(ਅੰਗ 601 - ਗੁਰੂ ਗ੍ਰੰਥ ਸਾਹਿਬ ਜੀ)
(ਗੁਰੂ ਅਮਰਦਾਸ ਜੀ / ਰਾਗ ਸੋਰਠਿ / -)
ਸੋਰਠਿ ਮਹਲਾ ੩ ॥
ਹਰਿ ਜੀਉ ਤੁਧੁ ਨੋ ਸਦਾ ਸਾਲਾਹੀ ਪਿਆਰੇ ਜਿਚਰੁ ਘਟ ਅੰਤਰਿ ਹੈ ਸਾਸਾ ॥ ਇਕੁ ਪਲੁ ਖਿਨੁ ਵਿਸਰਹਿ ਤੂ ਸੁਆਮੀ ਜਾਣਉ ਬਰਸ ਪਚਾਸਾ ॥ ਹਮ ਮੂੜ ਮੁਗਧ ਸਦਾ ਸੇ ਭਾਈ ਗੁਰ ਕੈ ਸਬਦਿ ਪ੍ਰਗਾਸਾ ॥੧॥
ਹਰਿ ਜੀਉ ਤੁਮ ਆਪੇ ਦੇਹੁ ਬੁਝਾਈ ॥ ਹਰਿ ਜੀਉ ਤੁਧੁ ਵਿਟਹੁ ਵਾਰਿਆ ਸਦ ਹੀ ਤੇਰੇ ਨਾਮ ਵਿਟਹੁ ਬਲਿ ਜਾਈ ॥ ਰਹਾਉ ॥
ਹਮ ਸਬਦਿ ਮੁਏ ਸਬਦਿ ਮਾਰਿ ਜੀਵਾਲੇ ਭਾਈ ਸਬਦੇ ਹੀ ਮੁਕਤਿ ਪਾਈ ॥ ਸਬਦੇ ਮਨੁ ਤਨੁ ਨਿਰਮਲੁ ਹੋਆ ਹਰਿ ਵਸਿਆ ਮਨਿ ਆਈ ॥ ਸਬਦੁ ਗੁਰ ਦਾਤਾ ਜਿਤੁ ਮਨੁ ਰਾਤਾ ਹਰਿ ਸਿਉ ਰਹਿਆ ਸਮਾਈ ॥੨॥
ਸਬਦੁ ਨ ਜਾਣਹਿ ਸੇ ਅੰਨੇ ਬੋਲੇ ਸੇ ਕਿਤੁ ਆਏ ਸੰਸਾਰਾ ॥ ਹਰਿ ਰਸੁ ਨ ਪਾਇਆ ਬਿਰਥਾ ਜਨਮੁ ਗਵਾਇਆ ਜੰਮਹਿ ਵਾਰੋ ਵਾਰਾ ॥ ਬਿਸਟਾ ਕੇ ਕੀੜੇ ਬਿਸਟਾ ਮਾਹਿ ਸਮਾਣੇ ਮਨਮੁਖ ਮੁਗਧ ਗੁਬਾਰਾ ॥੩॥
ਆਪੇ ਕਰਿ ਵੇਖੈ ਮਾਰਗਿ ਲਾਏ ਭਾਈ ਤਿਸੁ ਬਿਨੁ ਅਵਰੁ ਨ ਕੋਈ ॥ ਜੋ ਧੁਰਿ ਲਿਖਿਆ ਸੁ ਕੋਇ ਨ ਮੇਟੈ ਭਾਈ ਕਰਤਾ ਕਰੇ ਸੁ ਹੋਈ ॥ ਨਾਨਕ ਨਾਮੁ ਵਸਿਆ ਮਨ ਅੰਤਰਿ ਭਾਈ ਅਵਰੁ ਨ ਦੂਜਾ ਕੋਈ ॥੪॥੪॥
कल का हुकमनामा (हिंदी + अर्थ), श्री दरबार साहिब अमृतसर श्री हरिमंदर साहिब
(अंग 601 - गुरु ग्रंथ साहिब जी)
(गुरू अमरदास जी / राग सोरठि / -)
सोरठि महला ३ ॥
हरि जीउ तुधु नो सदा सालाही पिआरे जिचरु घट अंतरि है सासा ॥ इकु पलु खिनु विसरहि तू सुआमी जाणउ बरस पचासा ॥ हम मूड़ मुगध सदा से भाई गुर कै सबदि प्रगासा ॥१॥
हरि जीउ तुम आपे देहु बुझाई ॥ हरि जीउ तुधु विटहु वारिआ सद ही तेरे नाम विटहु बलि जाई ॥ रहाउ ॥
हम सबदि मुए सबदि मारि जीवाले भाई सबदे ही मुकति पाई ॥ सबदे मनु तनु निरमलु होआ हरि वसिआ मनि आई ॥ सबदु गुर दाता जितु मनु राता हरि सिउ रहिआ समाई ॥२॥
सबदु न जाणहि से अंने बोले से कितु आए संसारा ॥ हरि रसु न पाइआ बिरथा जनमु गवाइआ जमहि वारो वारा ॥ बिसटा के कीड़े बिसटा माहि समाणे मनमुख मुगध गुबारा ॥३॥
आपे करि वेखै मारगि लाए भाई तिसु बिनु अवरु न कोई ॥ जो धुरि लिखिआ सु कोइ न मेटै भाई करता करे सु होई ॥ नानक नामु वसिआ मन अंतरि भाई अवरु न दूजा कोई ॥४॥४॥
Yesterday Hukamnama (English + meanings), Sri Darbar Sahib Amritsar Sri Harimandir Sahib
(Ang 601 - Guru Granth Sahib ji)
(Guru Amardas ji / Raag Sorath / -)
Sorathi mahalaa 3 ॥
Hari jeeu tudhu no sadaa saalaahee piaare jicharu ghat anttari hai saasaa ॥ Iku palu khinu visarahi too suaamee jaa(nn)au baras pachaasaa ॥ Ham moo(rr) mugadh sadaa se bhaaee gur kai sabadi prgaasaa ॥1॥
Hari jeeu tum aape dehu bujhaaee ॥ Hari jeeu tudhu vitahu vaariaa sad hee tere naam vitahu bali jaaee ॥ rahaau ॥
Ham sabadi mue sabadi maari jeevaale bhaaee sabade hee mukati paaee ॥ Sabade manu tanu niramalu hoaa hari vasiaa mani aaee ॥ Sabadu gur daataa jitu manu raataa hari siu rahiaa samaaee ॥2॥
Sabadu na jaa(nn)ahi se anne bole se kitu aae sanssaaraa ॥ Hari rasu na paaiaa birathaa janamu gavaaiaa jammahi vaaro vaaraa ॥ Bisataa ke kee(rr)e bisataa maahi samaa(nn)e manamukh mugadh gubaaraa ॥3॥
Aape kari vekhai maaragi laae bhaaee tisu binu avaru na koee ॥ Jo dhuri likhiaa su koi na metai bhaaee karataa kare su hoee ॥ Naanak naamu vasiaa man anttari bhaaee avaru na doojaa koee ॥4॥4॥