Magh month Hukamnama from Sri Darbar Sahib, Sachkhand Sri Harimandir Sahib, Golden Temple Amritsar, in Punjabi Hindi English with meanings translation, as per official SGPC calendar Hukamnama. Also contains detailed Hukamnama info like Page, Ang, SGG Line#, Raag, Bani, Author.
Magh Sangrand Date:
14-Jan-2024 (Samvat 555 Nanakshahi) and 14-Jan-2025 (Samvat 556 Nanakshahi)
Sangrand Hukamnama PDF & Audio mp3
Daily Updates ਮਾਘ ਮਹੀਨਾ (ਸੰਗਰਾਂਦ ਹੁਕਮਨਾਮਾ) (ਪੰਜਾਬੀ + ਵਿਆਖਿਆ / ਅਰਥ) माघ महीना (संक्रांति/संग्रांद हुकमनामा) (हिंदी + अर्थ) Magh month (Sangrand hukamnama) in English with meanings
(ਅੰਗ 135 - ਗੁਰੂ ਗ੍ਰੰਥ ਸਾਹਿਬ ਜੀ)
(ਗੁਰੂ ਅਰਜਨ ਦੇਵ ਜੀ / ਰਾਗ ਮਾਝ)
(ਬਾਰਹ ਮਾਹਾ ਮਾਂਝ ਮਹਲਾ ੫ ਘਰੁ ੪
ੴ ਸਤਿਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ॥)
ਮਾਘਿ ਮਜਨੁ ਸੰਗਿ ਸਾਧੂਆ ਧੂੜੀ ਕਰਿ ਇਸਨਾਨੁ ॥ ਹਰਿ ਕਾ ਨਾਮੁ ਧਿਆਇ ਸੁਣਿ ਸਭਨਾ ਨੋ ਕਰਿ ਦਾਨੁ ॥ ਜਨਮ ਕਰਮ ਮਲੁ ਉਤਰੈ ਮਨ ਤੇ ਜਾਇ ਗੁਮਾਨੁ ॥ ਕਾਮਿ ਕਰੋਧਿ ਨ ਮੋਹੀਐ ਬਿਨਸੈ ਲੋਭੁ ਸੁਆਨੁ ॥ ਸਚੈ ਮਾਰਗਿ ਚਲਦਿਆ ਉਸਤਤਿ ਕਰੇ ਜਹਾਨੁ ॥ ਅਠਸਠਿ ਤੀਰਥ ਸਗਲ ਪੁੰਨ ਜੀਅ ਦਇਆ ਪਰਵਾਨੁ ॥ ਜਿਸ ਨੋ ਦੇਵੈ ਦਇਆ ਕਰਿ ਸੋਈ ਪੁਰਖੁ ਸੁਜਾਨੁ ॥ ਜਿਨਾ ਮਿਲਿਆ ਪ੍ਰਭੁ ਆਪਣਾ ਨਾਨਕ ਤਿਨ ਕੁਰਬਾਨੁ ॥ ਮਾਘਿ ਸੁਚੇ ਸੇ ਕਾਂਢੀਅਹਿ ਜਿਨ ਪੂਰਾ ਗੁਰੁ ਮਿਹਰਵਾਨੁ ॥੧੨॥
(ਅੰਗ 1109 - ਗੁਰੂ ਗ੍ਰੰਥ ਸਾਹਿਬ ਜੀ)
(ਗੁਰੂ ਨਾਨਕ ਦੇਵ ਜੀ / ਰਾਗ ਤੁਖਾਰੀ)
(ਤੁਖਾਰੀ ਛੰਤ ਮਹਲਾ ੧ ਬਾਰਹ ਮਾਹਾ
ੴ ਸਤਿਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ॥)
ਮਾਘਿ ਪੁਨੀਤ ਭਈ ਤੀਰਥੁ ਅੰਤਰਿ ਜਾਨਿਆ ॥ ਸਾਜਨ ਸਹਜਿ ਮਿਲੇ ਗੁਣ ਗਹਿ ਅੰਕਿ ਸਮਾਨਿਆ ॥ ਪ੍ਰੀਤਮ ਗੁਣ ਅੰਕੇ ਸੁਣਿ ਪ੍ਰਭ ਬੰਕੇ ਤੁਧੁ ਭਾਵਾ ਸਰਿ ਨਾਵਾ ॥ ਗੰਗ ਜਮੁਨ ਤਹ ਬੇਣੀ ਸੰਗਮ ਸਾਤ ਸਮੁੰਦ ਸਮਾਵਾ ॥ ਪੁੰਨ ਦਾਨ ਪੂਜਾ ਪਰਮੇਸੁਰ ਜੁਗਿ ਜੁਗਿ ਏਕੋ ਜਾਤਾ ॥ ਨਾਨਕ ਮਾਘਿ ਮਹਾ ਰਸੁ ਹਰਿ ਜਪਿ ਅਠਸਠਿ ਤੀਰਥ ਨਾਤਾ ॥੧੫॥
(अंग 135 - गुरु ग्रंथ साहिब जी)
(गुरू अर्जन देव जी / राग माझ)
(बारह माहा मांझ महला ५ घरु ४
ੴ सतिगुर प्रसादि ॥)
माघि मजनु संगि साधूआ धूड़ी करि इसनानु ॥ हरि का नामु धिआइ सुणि सभना नो करि दानु ॥ जनम करम मलु उतरै मन ते जाइ गुमानु ॥ कामि करोधि न मोहीऐ बिनसै लोभु सुआनु ॥ सचै मारगि चलदिआ उसतति करे जहानु ॥ अठसठि तीरथ सगल पुंन जीअ दइआ परवानु ॥ जिस नो देवै दइआ करि सोई पुरखु सुजानु ॥ जिना मिलिआ प्रभु आपणा नानक तिन कुरबानु ॥ माघि सुचे से कांढीअहि जिन पूरा गुरु मिहरवानु ॥१२॥
(अंग 1109 - गुरु ग्रंथ साहिब जी)
(गुरू नानक देव जी / राग तुखारी)
(तुखारी छंत महला १ बारह माहा
ੴ सतिगुर प्रसादि ॥)
माघि पुनीत भई तीरथु अंतरि जानिआ ॥ साजन सहजि मिले गुण गहि अंकि समानिआ ॥ प्रीतम गुण अंके सुणि प्रभ बंके तुधु भावा सरि नावा ॥ गंग जमुन तह बेणी संगम सात समुंद समावा ॥ पुंन दान पूजा परमेसुर जुगि जुगि एको जाता ॥ नानक माघि महा रसु हरि जपि अठसठि तीरथ नाता ॥१५॥
(Ang 135 - Guru Granth Sahib ji)
(Guru Arjan Dev ji / Raag Majh)
(Baarah maahaa maanjh mahalaa 5 gharu 4
Īk õamkkaari saŧigur prsaađi ||)
Maaghi majanu sanggi saađhooâa đhooɍee kari īsanaanu || Hari kaa naamu đhiâaī suñi sabhanaa no kari đaanu || Janam karam malu ūŧarai man ŧe jaaī gumaanu || Kaami karođhi na moheeâi binasai lobhu suâanu || Sachai maaragi chalađiâa ūsaŧaŧi kare jahaanu || Âthasathi ŧeeraŧh sagal punn jeeâ đaīâa paravaanu || Jis no đevai đaīâa kari soëe purakhu sujaanu || Jinaa miliâa prbhu âapañaa naanak ŧin kurabaanu || Maaghi suche se kaandheeâhi jin pooraa guru miharavaanu ||12||
(Ang 1109 - Guru Granth Sahib ji)
(Guru Nanak Dev ji / Raag Tukhari)
(Ŧukhaaree chhanŧŧ mahalaa 1 baarah maahaa
Īk õamkkaari saŧigur prsaađi ||)
Maaghi puneeŧ bhaëe ŧeeraŧhu ânŧŧari jaaniâa || Saajan sahaji mile guñ gahi ânkki samaaniâa || Preeŧam guñ ânkke suñi prbh bankke ŧuđhu bhaavaa sari naavaa || Gangg jamun ŧah beñee sanggam saaŧ samunđđ samaavaa || Punn đaan poojaa paramesur jugi jugi ēko jaaŧaa || Naanak maaghi mahaa rasu hari japi âthasathi ŧeeraŧh naaŧaa ||15||